Friday, April 24, 2015

Beautiful poem by –हरिवंशराय बच्चन

हारना तब आवश्यक हो जाता है जब लङाई  "अपनों से हो"
...और....
जीतना तब आवश्यक हो जाता है जब लङाई  "अपने आप से  हो"

मंजिल मिले ना मिले
ये तो मुकदर की बात है!
हम कोशिश भी ना करे
ये तो गलत बात है...

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