Wednesday, December 17, 2014

Soldier ke sath harassment

दोस्तो उत्तर प्रदेश  के जिला बुलन्दशहर  के शिकारपुर  क्षेत्र के गाँव भटौला का रहने वाला नाम सचिन कुमार शर्मा S/o राज ऋषि शर्मा वर्ष 2011 मे एस. एस. सी. के माध्यम से अपने देश की सेवा के लिये  BSF मे सिपाही के पद पर नियुक्त  हुआ था  , ट्रेनिंग के पश्चात  वो BSF की 63 वीं वाहिनी  लुंगले ( मिजोरम ) में भारत -बांग्लादेश  सीमा पर तैनात हुआ  , अपने परिवार की जिम्मेदरी संभलने और देश की सेवा करने का जज्बा लेकर जब सचिन 63वी वाहिनी  पहुचा  तो उसे एक कंपनी कमांडर  जगदीश का खाना रखने , बर्तन धोने ,जूते पालिस करने इत्यादि  की ड्यूटी दी गयी  , सचिन जो व्यक्तित्व से सीधा- सादा  एवं स्वाभिमानि  व्यक्तित्व का था , उसे उसकी उम्मीदो के विपरीत जब यह कार्य सौपा गया तो उसने यह कार्य करने से मना कर दिया क्यूकि इन  कार्यो  को करने के लिये उसने बी.एस.एफ. Join नही की थी !
B.S.F. के अधिकारियो  को यह नागवार  गुजरा और उसे मानसिक रुप से प्रताडित करना शुरू कर दिया , may-2014 मे जब सचिन अवकाश पर घर आया  तो उसे वाहिनी के अधिकारी उपेन्द्र राय (2I/C rank) द्वार अलग - अलग  तरह के कार्य बताये गये जो कि केवल उसे परेशान करने के लिये थे        जैसे कि कही पैसे पहुचाने के लिए और या फ़िर कही से चेक बुक लाने के लिए भेजना और जब सचिन बताये गये address पर पाहुचा तो वहा पर उससे   बात तक नही की गई  | 
अवकाश के बाद जब सचिन अपनी वाहिनी पहुचा तो उसे उसकी कंपनी की जगह दूसरी कम्पनी में जाने का आदेश मिला और उपेन्द्र राय (वाहिनी के अधिकारी) द्वार सम्बन्धित कंपनी के अधिकारी को मैसेज देकर सचिन को सबसे कठिन लोकेशन में भेजने का आदेश दिया गया  इस लोकेशन में भी अक्सर उपेन्द्र राय के मेसेज के अनुसार सचिन को बार बार परेशान किया गया और सचिन इन प्रताड़नाओ को सहन करते हुए अपनी ड्यूटी करता रहा | 
अगस्त के महीने मे सचिन  दुबारा  छुट्टी जाने के लिए वाहिनी मुख्यलय आया तो उसे फिर परेशान किया जाने लगा 14अगस्त2014 से सचिन 60दिन के अवकास पर घर आ राहा था लेकिन वाहिनी के अधिकारी 2I/C उपेन्द्र राय ,  Dy. Commandent संजय सिंह तथा अन्य जूनिअर  आफिसर (SO) द्वारा सचिन पर फिर दबाव बनाया जाने लगा , उसे बताया गया कि officeres Aid बनकर  वाहिनी मे काम करना होगा और उसे कोई छुट्टी नहीं दी जाएगी बल्कि पहले आदेश ना मानने के लिए बर्खास्त किया जायेगा , सचिन परिवार में सबसे बडा था और अपने छोटे भाई -बहन की जिम्मेदारी भी उसी के कंधो पर थी इसलिए वो नौकरी  छोड़ नहीं सकता था लेकिन B.S.F. Ke अधिकारी उसको नौकरी करने नही दे रहे थे | अंत में अधिकारियो के द्वारा ज़ूठे बर्तन धोने , जूते साफ़ करने जैसे  अनैतिक कार्यो  के लिए बनाये जा रहे दबाव से तंग आकर सचिन कुमार शर्मा ने 10अगस्त2014 को गोली मारकर खुद को समाप्त कर दिया  | 
मित्रो ये कोई आत्महत्या नहीं है बल्की B.s.f. की 63विं वाहिनी के अफसरो द्वारा अनैतिक अफसरशाही को ना मानने पर की गई एक जवान की निर्मम हत्या है | इस घटना को हुए आज चार से अधिक महीने हो गये है लेकिन B.S.F. की तरफ़ से दोषियो  पर कोई कार्यवाही नहीं हुई है घटना कि लिए जिम्मेदार 2I/C उपेन्द्र राय को 10अगस्त को B.S.F. ने यूनिट से बाहर दिखाया और उसे पूरी तरह बचाते हुए प्रमोशन देकर कमेंडेन्ट बना दिया ज़बकी 2I/C के घटनास्थल  पर मौजूद होने के सबूत हमारे पास आज भी है, सचिन के परिवार को B.S.F. कि तरफ़ से चार महीने के बाद भी कोई मदद अथवा सहानुभूति नहीं मिली है | सचिन का परिवार छिन्न - भिन्न है और उसकी माँ की हालत दिन प्रति दिन बिगडती जा रही है  जबकि घटना के लिए जिम्मेदार अपराधी खुले घूम रहे है | दोस्तो आप लोग इस मेसेज को  फैलाकर  हमारी मदद कर सकते है , दोस्तो इस मेसेज को इतना फैलाइये की B.S.F. के तथा अन्य संबंधित अधिकारियो तक हमारी आवाज  पँहुच सके और हमें न्याय मिल सके              

राजऋषि शर्मा
मृतक का पिता
mob - 09873018892

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